लखनऊ: धार्मिक स्थलों पर टीबी रोग की स्क्रीनिंग के लिए लगाए जाएंगे विशेष शिविर

लखनऊ। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्य विकास अधिकारी अजय जैन की अध्यक्षता में धर्मगुरुओं की एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र बहादुर सिंह और अन्य स्वास्थ्य अधिकारी भी मौजूद रहे।

धर्म स्थलों पर स्क्रीनिंग और जागरूकता

मुख्य विकास अधिकारी ने धर्मगुरुओं से अपील की कि वे क्षय रोग (टीबी) उन्मूलन के प्रयासों में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं, इसलिए इन स्थानों का उपयोग टीबी के लक्षण, जांच और उपचार के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए किया जा सकता है। साथ ही, इन स्थानों पर टीबी रोग की स्क्रीनिंग के लिए विशेष शिविर लगाए जाएं।

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निक्षय मित्र बनने की अपील

अजय जैन ने धर्मगुरुओं से आग्रह किया कि वे निक्षय मित्र के रूप में टीबी मरीजों को गोद लें और अन्य लोगों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि यह पहल टीबी उन्मूलन में बड़ा योगदान दे सकती है।

उपस्थित धर्मगुरु और अधिकारी

बैठक में राजेंद्र नगर स्थित महाकाल मंदिर के पुजारी पं. अतुल बाजपेई, पं. श्रीकांत शास्त्री तिवारी, पं. श्याम सुंदर शुक्ला, पं. स्वदेश तिवारी और शिया चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास नकवी समेत राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन इकाई के जिला कार्यक्रम समन्वयक दिलशाद हुसैन, पीपीएम समन्वयक राम जी वर्मा, सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर अभय चंद्र मित्रा, लोकेश कुमार वर्मा और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

टीबी के लक्षण

1. दो हफ्ते से ज्यादा खांसी।

2. बलगम में खून आना।

3. शाम के समय बुखार।

4. वजन में लगातार कमी।

5. रात में पसीना आना।

6. भूख न लगना।

इस पहल का उद्देश्य क्षय रोग के प्रति जागरूकता बढ़ाना और इसके उन्मूलन के लिए व्यापक स्तर पर प्रयास करना है।

Edited By: Parakh Khabar

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