Lucknow News: सेवा सुरक्षा की बहाली को लेकर शिक्षकों का जोरदार प्रदर्शन, मुख्यमंत्री को सौंपा गया ज्ञापन

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के हजारों शिक्षक सोमवार को सेवा सुरक्षा की बहाली की मांग को लेकर लखनऊ के इको गार्डन में एकजुट हुए। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (एकजुट) के बैनर तले आयोजित इस धरने का नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष सोहन लाल वर्मा ने किया। भीषण गर्मी और तेज धूप के बावजूद शिक्षक बड़ी संख्या में डटे रहे।

धरने के दौरान शिक्षकों ने उप्र. माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन आयोग अधिनियम 2023 में से हटाई गई धारा 12, 18 और 21 को पुनः बहाल करने की मांग की। इन धाराओं के हटाए जाने के बाद से शिक्षकों के निलंबन और बर्खास्तगी के मामलों में इज़ाफा हुआ है।

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मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा

दोपहर बाद जब शिक्षकों के विधानभवन कूच की खबर मिली, तो मुख्यमंत्री कार्यालय के हस्तक्षेप पर अपर मुख्य सचिव (माध्यमिक शिक्षा) दीपक कुमार ने संगठन के प्रतिनिधिमंडल से वार्ता की। बैठक में निदेशक को शिक्षकों की पदोन्नति के आदेश तत्काल जारी करने के निर्देश दिए गए। साथ ही, सेवा सुरक्षा से जुड़े मुद्दों के जल्द समाधान का आश्वासन भी दिया गया। इस दौरान प्रशासन को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन भी सौंपा गया।

शिक्षकों का उत्पीड़न और पदोन्नति पर रोक का मुद्दा उठा

संगठन के प्रदेश महामंत्री राजीव यादव ने आरोप लगाया कि प्रबंधक और अधिकारी शिक्षकों का उत्पीड़न कर रहे हैं। सेवा सुरक्षा न होने के कारण शिक्षक भय और असुरक्षा की भावना से जूझ रहे हैं। प्रदेश संरक्षक डॉ. हरिप्रकाश यादव और प्रवक्ता श्रवण कुमार कुशवाहा ने कहा कि सहायक अध्यापक से प्रवक्ता पद पर पदोन्नति पिछले डेढ़ साल से रुकी हुई है।

संघर्ष के लिए तैयार शिक्षक

प्रदेश उपाध्यक्ष उपेंद्र वर्मा और मंत्री संदीप शुक्ल ने कहा कि यदि सेवा सुरक्षा बहाल नहीं की गई तो संगठन आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार है। धरने में दीपक सिंह पुंडीर, प्रमोद कुमार पाठक, विजेंद्र वर्मा, मो. जावेद, ध्रुव नारायण चौधरी, तीर्थराज पटेल, सुरेश पासी सहित प्रदेश भर से हजारों शिक्षक शामिल हुए।

धरना स्थल पर नहीं मिला टेंट, दरी बिछाकर बैठे शिक्षक

प्रशासन द्वारा टेंट और कुर्सियों की अनुमति न मिलने के बाद शिक्षक ज़मीन पर दरी बिछाकर ही प्रदर्शन पर बैठ गए। भीषण गर्मी में छांव की तलाश में कई शिक्षक पेड़ों के नीचे चले गए, लेकिन कोई भी पीछे नहीं हटा। शिक्षकों ने स्पष्ट कहा कि जब तक सेवा सुरक्षा की धाराएं 12, 18 और 21 बहाल नहीं की जातीं, आंदोलन जारी रहेगा।

Edited By: Parakh Khabar

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