लखनऊ: 50 से ज्यादा सीसीटीवी खंगाले, फिर भी नहीं मिला पीयूष हत्याकांड का सुराग

लखनऊ,बीकेटी। इंटरमीडिएट के छात्र पीयूष उर्फ मानू रावत (20) की हत्या का मामला पुलिस के लिए अब भी अनसुलझा पहेली बना हुआ है। पुलिस ने घटनास्थल से तीन किलोमीटर के दायरे में 50 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले, लेकिन हत्यारों का कोई सुराग नहीं मिला। क्राइम ब्रांच की टीम लगातार पीयूष के दोस्तों से पूछताछ कर रही है, लेकिन हत्या का कारण और आरोपी अब भी अज्ञात हैं।

बीकेटी के भौली गांव निवासी पीयूष का शव 19 दिसंबर को एक निर्माणाधीन मकान में मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि उसकी गला कसकर हत्या की गई थी। पुलिस ने क्राइम सीन की जांच और रिक्रिएशन के साथ शक के आधार पर पीयूष के दोस्तों को हिरासत में लिया, लेकिन अब तक कोई ठोस जानकारी नहीं मिल सकी है।

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मंगलवार को पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के तीन किलोमीटर के इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले। बावजूद इसके, किसी संदिग्ध की पहचान नहीं हो सकी। प्रभारी निरीक्षक संजय सिंह ने बताया कि घटनास्थल के पास बीटीएस (मोबाइल टावर) सिस्टम से जांच की गई, लेकिन किसी भी मोबाइल को ट्रैक नहीं किया जा सका।

हत्या के तरीके पर शक

पुलिस को शक है कि हत्यारों ने पीयूष की हत्या किसी अन्य स्थान पर की और बाद में उसका शव निर्माणाधीन मकान में फेंक दिया। अपराधियों ने जानबूझकर अपने मोबाइल फोन को घटनास्थल से दूर रखा, जिससे उनका लोकेशन ट्रैक न हो सके। यह रणनीति पुलिस की जांच को और जटिल बना रही है।

गांव के लोगों से पूछताछ जारी

मंगलवार को पुलिस ने शक के आधार पर गांव के कुछ लोगों को हिरासत में लिया और उनसे पूछताछ की। एडीसीपी नॉर्थ जितेंद्र दुबे ने कहा कि यह एक ब्लाइंड मर्डर का मामला लग रहा है, लेकिन पुलिस जल्द ही हत्याकांड का खुलासा करेगी और आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।

पुलिस का कहना है कि हर पहलू की गहनता से जांच की जा रही है। क्राइम ब्रांच और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम हत्याकांड का सुराग पाने में जुटी हुई है।

Edited By: Parakh Khabar

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