डीजीपी मुख्यालय ने 11 डिप्टी एसपी का किया तबादला, 6 को मिली नियमित तैनाती

लखनऊ: डीजीपी मुख्यालय ने सोमवार को 11 डिप्टी एसपी के तबादले के आदेश जारी किए, जबकि 6 डिप्टी एसपी को नियमित तैनाती दी गई है। आदेश के अनुसार, मुख्यमंत्री सुरक्षा में तैनात नितेश प्रताप सिंह को बिजनौर, राजीव प्रताप सिंह को हमीरपुर, सुरक्षा मुख्यालय में तैनात अंकित कुमार-प्रथम को हरदोई, आगरा कमिश्नरेट की आस्था जायसवाल को आजमगढ़, लखनऊ कमिश्नरेट के जयेंद्र नाथ अस्थाना को हाथरस भेजा गया है।

इसके अलावा, कुंभ मेला में तैनात संदीप कुमार वर्मा को कासगंज, रामकृष्ण चतुर्वेदी को चित्रकूट (मंडलाधिकारी), महेंद्र सिंह देव को अभिसूचना मुख्यालय, डॉ. कृष्ण गोपाल सिंह को फतेहपुर भेजा गया है। अभिसूचना मुख्यालय के सुशील कुमार सिंह को लखनऊ का मंडलाधिकारी, जबकि गोरखपुर में तैनात प्रशाली गंगवार को नोएडा कमिश्नरेट भेजा गया है।

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राज्य कर विभाग में ईमानदार कर्मियों को मिलेगा 375 रुपये का इनाम

राज्य कर विभाग ने उत्कृष्ट, सराहनीय और सत्यनिष्ठा से कार्य करने वाले कर्मचारियों को प्रोत्साहन स्वरूप 375 रुपये का मानदेय देने की योजना बनाई है। यह निर्णय ईमानदारी और अनुशासन को बढ़ावा देने के लिए लिया गया है।

भ्रष्ट कर्मचारियों को नहीं मिलेगा लाभ

यदि किसी भ्रष्ट या अनुशासनहीन कर्मचारी को गलती से इनाम मिल गया, तो संबंधित एडीशनल कमिश्नर पर कार्रवाई की जाएगी। राज्य कर आयुक्त डॉ. नितिन बंसल द्वारा जारी दिशानिर्देशों में कहा गया है कि केवल अधिकतम 20% कर्मचारियों को ही यह मानदेय दिया जाएगा।

किन कर्मचारियों को मिलेगा लाभ?

यह मानदेय कर निर्धारण, विशेष अनुसंधान शाखा, चेक पोस्ट, अपील, राज्य प्रतिनिधि सहित अन्य विभागों के कर्मचारियों को दिया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट वर्क्स और कॉरपोरेट सेल में कार्यरत तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के लिए अलग से राशि आवंटित की गई है। वाहन चालकों को यह मानदेय नहीं मिलेगा, क्योंकि उन्हें हर साल पहले से ही एक महीने का अतिरिक्त मानदेय दिया जाता है।

मानदेय वितरण में पारदर्शिता पर जोर

राज्य कर आयुक्त ने यह भी निर्देश दिया कि अच्छे कार्य करने वाले कर्मचारियों को ही इनाम दिया जाए और यह प्रवृत्ति न अपनाई जाए कि हर साल एक ही कर्मचारियों को या नए कर्मचारियों को इनाम दिया जाए। यदि किसी अनियमित कर्मचारी को यह इनाम मिल गया, तो संबंधित एडीशनल कमिश्नर को जवाबदेह ठहराया जाएगा।

यह योजना कर्मचारियों में ईमानदारी और मेहनत को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई है, जिससे कार्य संस्कृति में सुधार हो सके।

Edited By: Parakh Khabar

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