अवैध वसूली के आरोपों में घिरे BSA, कमिश्नर ने दिए जांच के आदेश

गोंडा: जिले के बेसिक शिक्षा विभाग पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। 12460 शिक्षक भर्ती में नवनियुक्त शिक्षकों से वेतन जारी करने के नाम पर अवैध वसूली की शिकायतें सामने आई हैं। साथ ही, मृतक आश्रित नियुक्तियों में भी लाखों रुपये मांगने का आरोप लगा है। पूरे मामले की शिकायत देवीपाटन मंडल के आयुक्त शशि भूषण लाल सुशील से की गई, जिन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए।

वेतन भुगतान के नाम पर रिश्वत

12460 शिक्षक भर्ती के तहत पिछले साल 645 शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी। जुलाई में सभी को स्कूल आवंटित कर दिए गए, लेकिन 8 महीने बीतने के बाद भी कई शिक्षकों का वेतन जारी नहीं किया गया। आरोप है कि बीएसए अपने स्टेनो की मदद से शिक्षकों से 15-20 हजार रुपये की रिश्वत लेकर वेतन जारी करवा रहे हैं।

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सेमरा कॉलोनी निवासी राम सरन सिंह ने इस भ्रष्टाचार की शिकायत मंडलायुक्त से की। शिकायत के अनुसार, मृतक आश्रित नियुक्तियों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के लिए 2-3 लाख और शिक्षक पद के लिए 4-5 लाख रुपये की मांग की जा रही थी।

कमिश्नर के निर्देश पर जांच शुरू

आयुक्त के आदेश पर जांच की जिम्मेदारी एडी बेसिक राम सागर पति त्रिपाठी को दी गई। बृहस्पतिवार को उन्होंने बीएसए कार्यालय पहुंचकर दस्तावेजों की जांच की और नवनियुक्त शिक्षकों की पत्रावली तलब कर सत्यापन किया। इस दौरान उन्होंने बीएसए से भी पूछताछ की।

जांच के दौरान बीएसए कार्यालय के कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। एडी बेसिक ने बताया कि कुछ शिक्षकों के बीटीसी अभिलेखों का सत्यापन ऑफलाइन होना है, जिस कारण वेतन रोका गया है। अन्य आरोपों की भी जांच की जा रही है, और जल्द ही रिपोर्ट आयुक्त को सौंपी जाएगी।

Edited By: Parakh Khabar

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