Bareilly News: जमीन कब्जाने का गिरोह चलाने वाले निलंबित लेखपाल समेत दो गिरफ्तार, पूर्व थाना प्रभारी की भूमिका पर भी सवाल

बरेली: बरेली में जमीन कब्जाने के संगठित गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने निलंबित चकबंदी लेखपाल सावन कुमार जायसवाल और उसके साथी अमित कुमार राठौर को गिरफ्तार किया है। बारादरी थाने के पूर्व प्रभारी सुनील कुमार की मदद से यह गिरोह रातों-रात जमीन पर कब्जा कर लेता था।

गिरफ्तारी और पूछताछ

एसपी सिटी मानुष पारीक के नेतृत्व में आरोपियों से थाने में सख्ती से पूछताछ की गई। पूछताछ के बाद दोनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। इस मामले में फरार अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।

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पीड़ित की शिकायत से खुलासा

आकाशपुरम निवासी इलियास ने नवादा शेखान में अपनी जमीन पर जबरन कब्जे की शिकायत एसएसपी से की थी। आरोप था कि रामपुर निवासी दीपक कुमार ने खुद को प्लॉट का मालिक बताते हुए 17 अगस्त को निर्माण कार्य शुरू कर दिया। जब इलियास ने विरोध किया, तो पुलिस ने उल्टा उसे ही शांतिभंग में चालान कर दिया।

एसएसपी के आदेश पर एसपी सिटी ने मामले की जांच की। जांच में पाया गया कि सभी मामलों में एक ही वकील, क्रेता, विक्रेता और गवाह होते थे। आरोपियों ने बिजली और जलकल कनेक्शन भी जुगाड़ से कराए थे।

गिरोह का तरीका

आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि सावन कुमार ने निलंबित होने के बाद एक गिरोह बना लिया था। यह गिरोह ऐसी जमीनों की पहचान करता था:

1. जिनका कुछ हिस्सा बिक्री के लिए बचा हो।

2. जिनका नामांतरण किसी कारणवश न हो सका हो और अब भी पुराने भू-स्वामी के नाम पर हो।

3. गरीब या कमजोर लोगों की जमीनों को निशाना बनाकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर कब्जा कर लेते थे।

इसके बाद फर्जी बैनामा कर जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया जाता था। बदले में गिरोह को मोटी रकम मिलती थी।

एसपी सिटी का बयान

एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि आरोपियों ने कई जमीनों पर फर्जी बैनामा कर कब्जा किया है। निलंबित लेखपाल और उसके साथी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश जारी है।

पुलिस से साठगांठ

इस गिरोह के काम में बारादरी थाने के पूर्व प्रभारी सुनील कुमार की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है। पुलिस ने उनके खिलाफ भी जांच शुरू कर दी है। मामला पुलिस और प्रशासनिक तंत्र के दुरुपयोग का एक बड़ा उदाहरण बनकर सामने आया है।

Edited By: Parakh Khabar

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