Pilibhit News: सीएम तक पहुंचा आरसेटी सेंटर का मामला, बरखेड़ा विधायक योगी से मिले

पीलीभीत। कल्यानपुर नौगवां गांव में बन रहे आरसेटी सेंटर को लेकर जमीन विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। विवाद ने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के बीच खींचतान की स्थिति पैदा कर दी है। ग्रामीणों ने प्रशासनिक अधिकारियों पर वादाखिलाफी के आरोप लगाए हैं, जबकि प्रधान और उनके पति पर जमीन कब्जाने के आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की गई है। मामला इतना बढ़ गया कि बरखेड़ा विधायक स्वामी प्रवक्तानंद ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर अपनी बात रखी।

आरसेटी सेंटर पर विवाद जारी

मरौरी ब्लॉक की ग्राम पंचायत कल्यानपुर नौगवां में ढाई करोड़ रुपये की लागत से आरसेटी सेंटर का निर्माण प्रस्तावित है। निर्माण कार्य शुरू होने के बाद से ही विवाद खड़ा हो गया। प्रधान पति ने तीन दिन पहले डीएम से विधायक स्वामी प्रवक्तानंद के खिलाफ शिकायत की थी, जिसमें विधायक पर अपने रिश्तेदारों को जमीन कब्जाने में मदद करने का आरोप लगाया गया था।

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दूसरी ओर, विधायक ने डीएम पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि 23 परिवारों की जमीन पर आरसेटी सेंटर बन रहा है, जबकि पहले उन्हें दूसरी जगह जमीन देने का आश्वासन दिया गया था। विधायक का कहना है कि यह वादा तोड़कर अब निर्माण शुरू कर दिया गया है।

ग्रामीणों की डीएम से मुलाकात

रविवार को कल्यानपुर नौगवां के दर्जनों ग्रामीण डीएम से मिले और प्रधान तथा उनके पति पर कई गंभीर आरोप लगाए। ग्रामीणों का कहना है कि प्रधान ने श्मशान, खलिहान और तालाब की जमीन पर कब्जा कर लिया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जिस जमीन पर वे रहते थे, उसे गुपचुप तरीके से भूमि अधिग्रहण के लिए दे दिया गया। ग्रामीणों ने मांग की कि प्रधान द्वारा कब्जाई गई जमीन को मुक्त कराया जाए, अन्यथा धरने पर बैठने की चेतावनी दी।

मुख्यमंत्री से विधायक की मुलाकात

रविवार शाम को बरखेड़ा विधायक स्वामी प्रवक्तानंद ने लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। विधायक ने आरसेटी सेंटर से जुड़े विवाद को मुख्यमंत्री के सामने रखा और अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि किसी भी परिवार को उजाड़ा नहीं जाएगा। इसके साथ ही क्षेत्र के विकास के लिए आधा दर्जन सड़कों की मांग भी रखी गई, जिसे मुख्यमंत्री ने स्वीकृत करने का भरोसा दिया।

प्रधान पति ने लगाए पलटवार के आरोप

प्रधान पति ने कहा कि जिन परिवारों को जमीन देने की बात की जा रही है, उन्हें कई दशक पहले ही गाटा संख्या 410, 91 और 92 में बसाया गया था। वर्तमान में सभी परिवारों के पास पक्के मकान, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवास योजनाओं के लाभ, और अन्य सुविधाएं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक अपने रिश्तेदारों को फायदा पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं।

प्रधान पति ने दावा किया कि डीएम की जांच में यह साबित हुआ है कि जमीन की मांग करने वाले सभी परिवार अपात्र हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत आरसेटी सेंटर का निर्माण हर हाल में होगा, और जमीन कब्जाने के आरोप पूरी तरह निराधार हैं।

Edited By: Parakh Khabar

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