उत्तर प्रदेश की सियासत गरमाई, संभल के नेजा मेले को लेकर सपा विधायक इकबाल महमूद ने योगी सरकार पर साधा निशाना

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के संभल में हर साल महमूद गजनवी के भांजे अब्दुल सालार गाजी की याद में आयोजित होने वाले नेजा मेले को लेकर सियासत तेज हो गई है। इस बार मेले से पहले ही पुलिस ने सख्त कदम उठाते हुए झंडा गाड़ने के लिए खोदे गए गड्ढे को सीमेंट से भरवा दिया और मेले के क्षेत्र में भारी संख्या में फोर्स की तैनाती कर दी गई है।

मेले क्षेत्र की कड़ी निगरानी

संभल के एएसपी उत्तरी श्रीशचंद्र और सीओ अनुज चौधरी ने पीएसी और आरएएफ के जवानों के साथ फ्लैग मार्च किया। एएसपी श्रीशचंद्र ने कहा, "यह एक गलत परंपरा थी, जिसे जारी रखना उचित नहीं है। अब्दुल सालार मसूद गाजी, महमूद गजनवी का सगा भांजा था, जो लूटपाट के इरादे से भारत आया था। उसकी याद में झंडा गाड़ना अनुचित है।" उन्होंने आगे कहा कि इस तरह के अवैध कार्यों को रोकने के लिए फोर्स तैनात कर दी गई है और इलाके में पूरी तरह शांति बनी हुई है। उन्होंने बताया कि सुरक्षा और ऐतिहासिक तथ्यों को ध्यान में रखते हुए लोगों को इस मेले की अवैध प्रकृति के बारे में जागरूक किया गया है।

यह भी पढ़े - प्यार में अंधी पत्नी ने प्रेमी संग मर्चेंट नेवी पति की हत्या, शव के टुकड़े ड्रम में भरकर सीमेंट से किया सील

सोशल मीडिया पर भी कड़ी नजर

संभल एसीपी श्रीशचंद्र ने कहा कि नेजा मेले की अनुमति नहीं दी गई और इस आयोजन के खिलाफ आपत्तियां दर्ज कराई गई हैं। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर अफवाहों को लेकर भी सख्त निगरानी की जा रही है और मीडिया सेल लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कोई व्यक्ति माहौल बिगाड़ने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

सपा विधायक इकबाल महमूद का हमला

नेजा मेले पर रोक को लेकर समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री और विधायक इकबाल महमूद ने योगी सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा, "अगर सरकार ने आदेश दिया है कि मेला नहीं लगेगा तो अधिकारी उसका पालन करेंगे, लेकिन यह परंपरा सैकड़ों साल पुरानी है और इसे कोई खत्म नहीं कर सकता।" महमूद ने प्रशासन को इसका ऐतिहासिक महत्व समझने की सलाह देते हुए कहा कि हिंदुस्तान की आजादी से पहले भी यह मेला लगता था। उन्होंने कहा, "पिछले साल केवल रमजान की वजह से मेला स्थगित हुआ था, लेकिन अब इसे बंद करने का कोई औचित्य नहीं है।"

नेजा मेले का ऐतिहासिक महत्व

सपा विधायक ने कहा कि नेजा मेला केवल संभल तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका ऐतिहासिक संबंध मेरठ की नौचंदी मेले से भी है। संभल के मोहल्ला चमन सराय में रहने वाले मुजाहिद हुसैन ने बताया कि यह मजार सैयद सालार गाजी की है, जहां हर साल नेजा मेला आयोजित होता है और इसमें सभी धर्मों के लोग शामिल होते हैं। उन्होंने कहा, "जब प्रशासन ने मेला रोकने का फैसला किया है, तो अब कोई इसके खिलाफ आवाज नहीं उठा रहा।"

संभल में सुरक्षा के कड़े इंतजाम

नेजा मेला विवाद को देखते हुए संभल में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। फोर्स को लगातार इलाके में निगरानी के निर्देश दिए गए हैं ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। स्थिति को शांत बनाए रखने के लिए पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है।

Edited By: Parakh Khabar

खबरें और भी हैं

स्पेशल स्टोरी

Copyright (c) Parakh Khabar All Rights Reserved.