Milkipur ByElection Result 2025 : सपा के गढ़ में भाजपा की ऐतिहासिक जीत

अयोध्या: मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने समाजवादी पार्टी (सपा) को करारी शिकस्त देकर बड़ी जीत दर्ज की। भाजपा प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान ने सपा के अजीत प्रसाद को 61,540 वोटों के बड़े अंतर से हराया। यह जीत भाजपा के लिए खास थी, क्योंकि मिल्कीपुर विधानसभा सीट लंबे समय से समाजवादी पार्टी का गढ़ मानी जाती रही है।

1991 से अब तक सपा ने यहां छह बार जीत हासिल की थी, जबकि भाजपा केवल दो बार ही जीत सकी थी। इसके अलावा, बसपा के दो विधायक भी इस सीट से चुने जा चुके हैं। लोकसभा चुनाव में अयोध्या सीट पर भाजपा की हार के बाद यह उपचुनाव पार्टी के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया था। चंद्रभानु पासवान ने यह सीट जीतकर भाजपा को बड़ी राहत दी। इस उपचुनाव में उन्होंने 1,46,141 वोट प्राप्त किए, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी अजीत प्रसाद को 84,601 वोट मिले। यह अंतर मिल्कीपुर सीट के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी जीत है।

यह भी पढ़े - Jaunpur News: होटल में नायब तहसीलदार की छापेमारी, संदिग्ध हालत में पकड़े गए युवक-युवतियां

सपा प्रत्याशी अपने ही बूथ से हारे, अखिलेश यादव ने लगाए गंभीर आरोप

सपा प्रत्याशी अजीत प्रसाद न सिर्फ चुनाव हारे, बल्कि वे अपने ही बूथ से भी पीछे रह गए। नतीजों के बाद सपा नेता और उनके सांसद पिता अवधेश प्रसाद घर से बाहर नहीं निकले। ANI से बातचीत में अवधेश प्रसाद ने भाजपा पर बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी ने बेईमानी का रिकॉर्ड तोड़ दिया।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी चुनाव नतीजों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने भाजपा की जीत को "झूठी जीत" करार दिया और कहा कि "भाजपा के लोग इस जीत का जश्न आंखों में आंखें डालकर नहीं मना पाएंगे।" उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रशासनिक अधिकारियों ने घपलेबाजी की, जिन्हें न कानून बख्शेगा, न कुदरत।

भाजपा के लिए बड़ी राहत, सपा के लिए झटका

मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर भाजपा की यह जीत न केवल उपचुनाव में उसका मनोबल बढ़ाएगी, बल्कि 2027 के विधानसभा चुनावों की रणनीति के लिए भी अहम साबित हो सकती है। वहीं, सपा के लिए यह हार एक बड़ा झटका है, क्योंकि यह सीट उसकी पारंपरिक सीटों में से एक मानी जाती थी।

Edited By: Parakh Khabar

खबरें और भी हैं

स्पेशल स्टोरी

Copyright (c) Parakh Khabar All Rights Reserved.