पुलिस भी हैरान है कि पत्नी ने ही पति को नौकरी से निकलवाने की साजिश रची और इसमें उसके प्रेमी ने तीन बच्चों की मां की मदद की
प्रयागराज : प्रयागराज के नैनी के विद्या नगर डांडी मोहल्ले में किराए पर रहकर प्राइवेट नौकरी करने वाले शाहजहांपुर के खुदापुर बिबिया निवासी 38 वर्षीय हरिश्चंद्र की सिर पर वार कर हत्या कर दी
प्रयागराज : प्रयागराज के नैनी के विद्या नगर डांडी मोहल्ले में किराए पर रहकर प्राइवेट नौकरी करने वाले शाहजहांपुर के खुदापुर बिबिया निवासी 38 वर्षीय हरिश्चंद्र की सिर पर वार कर हत्या कर दी गई। हत्या से ठीक पहले हरिश्चंद्र ने पत्नी ममता को फोन कर कहा था कि उसे बचा ले, क्योंकि लोग उसे पकड़ने के लिए बाहर हैं। ममता ने यह जानकारी भाई महेश को दी। महेश और पुलिस ने जब उसकी तलाश शुरू की तो उसके शरीर पर खून लगा हुआ था। परिजनों से पूछताछ करने पर पत्नी की हरकतें संदिग्ध लगीं। हत्या के आठ घंटे के अंदर ही पुलिस ने उसकी पत्नी, उसके प्रेमी और एक युवक को गिरफ्तार कर वारदात का राजफाश कर दिया था।
नैनी के दभान निवासी नंदलाल की बेटी ममता की शादी हरिश्चंद्र से हुई थी। काम के जरिए हरिश्चंद्र अपनी पत्नी और तीन बच्चों रिदॉय उर्फ डुग्गू, जाह्नवी और मानवी का भरण-पोषण करता था। ममता ने शुक्रवार देर रात अपने भाई और पुलिस को बताया कि कुछ लोग उसके पति की हत्या करना चाहते हैं। उसने बताया कि उसे यह खबर उसके पति ने फोन पर दी थी। महेश पुलिस के साथ हरिश्चंद्र की तलाश में निकल पड़ा। शव खून से लथपथ एक खाली प्लॉट में मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
अधिकारियों को पत्नी की हरकतें अजीब लगीं, उन्होंने पड़ोसियों और परिवार से पूछताछ जारी रखी। उन्होंने उससे सवाल पूछने शुरू कर दिए। जैसे-जैसे वह सवालों के जवाब देती गई, वह और भी उलझन में पड़ती गई। जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो ममता ने हत्या की बात कबूल कर ली। इसके बाद, उसके प्रेमी अमित कुमार पटेल और दादरी तालुका नौगवां के मूल निवासी उसके दोस्त आशीष कुमार पटेल को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पूछताछ के दौरान संदिग्धों ने पुलिस के सामने कबूल किया कि अमित और आशीष ने साजिश के तहत ममता की मदद से हरिश्चंद्र की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी थी।
उसके बेहोश होने के बाद, वे उसकी लाश को ठिकाने लगाने के लिए घर से दूर एक खाली प्लॉट पर बाइक से गए। उसके सिर पर ईंट से वार करने के बाद वे भाग गए। साजिश के तहत ममता ने अपने भाई और पुलिस को भ्रामक जानकारी दी थी। ममता और 19 वर्षीय अमित पटेल फेसबुक पर दोस्त थे। दोनों में प्यार हो गया। ममता ने प्रेमी के साथ नई दुनिया बसाने के लिए पति हरिश्चंद्र को हटाने की साजिश रची। इस चक्कर में दोनों का भविष्य और तीन मासूम बच्चों की किस्मत दांव पर लग गई।
ममता अक्सर अपने साथी अमित को पति का विरोध करने के लिए उकसाती थी। अमित ने दोस्त आशीष को भी राजी कर लिया। शुक्रवार को तीनों ने मिलकर घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने ममता के परिजनों से अकेले में पूछताछ की। फिर एक रिश्तेदार ने पुलिस को बताया कि वह कुछ दिनों से किसी से चोरी-छिपे बातचीत कर रही थी। इतना ही नहीं, रिश्तेदार ने पुलिस को ममता की व्हाट्सएप पर हुई बातचीत और प्रेमी के साथ ममता की कुछ गुप्त रूप से खींची गई तस्वीरें भी मुहैया करा दीं। इसके बाद पुलिस ममता को थाने ले आई, जहां उससे पूछताछ की गई और सारी स्थिति का खुलासा किया गया।
हत्या के बाद हरिश्चंद्र के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। पुलिस की निगरानी में हरिश्चंद्र का शव उसके ससुराल दभन लाया गया। यह वह आखिरी जगह है जहां उनके बच्चों और ससुराल वालों ने उन्हें देखा था। हरिश्चंद्र का परिवार उनके अवशेषों को शाहजहांपुर ले जाने के लिए रवाना हुआ।
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