बृहस्पति और शुक्र ग्रह स्थिर रहेंगे, जबकि 25 मई से सूर्य अपना रौद्र रूप दिखाएगा

बलिया। जिले के लोग भीषण गर्मी का सामना कर रहे हैं। भीषण गर्मी और धूप के चलते लोग घरों में दुबके हुए हैं। जरूरी काम से निकलने वाले लोग भी धूप से बचने के लिए तमाम एहतियात बरत रहे हैं।

May 20, 2024 - 17:56
May 21, 2024 - 09:50
 0
बृहस्पति और शुक्र ग्रह स्थिर रहेंगे, जबकि 25 मई से सूर्य अपना रौद्र रूप दिखाएगा
Social Media

बलिया। जिले के लोग भीषण गर्मी का सामना कर रहे हैं। भीषण गर्मी और धूप के चलते लोग घरों में दुबके हुए हैं। जरूरी काम से निकलने वाले लोग भी धूप से बचने के लिए तमाम एहतियात बरत रहे हैं। 25 मई से लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ेगा। आज नौतपा का पहला दिन है। इसे प्रभावी होने में नौ दिन लगेंगे। साल के सबसे गर्म दिन मई के अंतिम सप्ताह में होंगे। नौतपा 25 मई से शुरू होकर 2 जून तक रहेगा, क्योंकि सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश कर रहा है।

नौतपा के नौ दिन साल के सबसे गर्म दिन माने जाते हैं, क्योंकि इस दौरान सूर्य की किरणें धरती पर सीधी पड़ती हैं। 24 साल बाद नौतपा के दौरान बृहस्पति और शुक्र ग्रह स्थिर रहेंगे। पंडित डॉ. भूपेंद्र मिश्र के अनुसार 25 मई को दोपहर 3:17 बजे सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेगा और 8 जून तक यहीं रहेगा। अब नौतपा आधिकारिक रूप से शुरू हो जाएगा। सूर्य वृषभ राशि में प्रवेश कर रोहिणी नक्षत्र से भ्रमण करेगा। साथ ही बृहस्पति और शुक्र के वृषभ राशि में होने से त्रिग्रही योग बनेगा। करीब 24 साल बाद नौतपा के दौरान बृहस्पति और शुक्र अस्त रहेंगे। पंडित डॉ. भूपेंद्र मिश्र के अनुसार रोहिणी नक्षत्र में सूर्य पृथ्वी के सबसे निकट होता है और उसकी चमक बढ़ जाती है।

इसकी किरणों का सीधा असर पृथ्वी पर पड़ता है। उन्होंने भविष्यवाणी की है कि नौतपा के दौरान तापमान कई रिकॉर्ड तोड़ देगा। अब दिन तेरह घंटे पैंतीस मिनट का होगा। नौतपा के शुरुआती पांच दिनों में गर्मी बढ़ सकती है। इसके बाद आंशिक वर्षा और तूफान आने की संभावना है, जिससे नौतपा टूट जाएगा। सूर्य देव का सम्मान करें और बलिया को अर्घ्य दें। पंडित डॉ. भूपेंद्र मिश्र के अनुसार नौतपा के दौरान सूर्य की पूजा विशेष लाभकारी और बलवर्धक होती है। स्नान के बाद भोर में उठकर सूर्य को तांबे के लोटे से जल अर्पित करें और उन्हें निहारें। ऐसा करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता रहता है। शास्त्रों में कहा गया है कि भगवान सूर्य को प्रसन्न करने के लिए सत्तू, स्वादिष्ट फल, दही, घड़े में जल आदि अर्पित करना चाहिए।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow