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रिपब्लिक प्लेनरी समिट 2025: प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं की भागीदारी और भारत की प्रगति पर दिया जोर

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भारत मंडपम, नई दिल्ली में आयोजित रिपब्लिक प्लेनरी समिट 2025 में भाग लिया। अपने संबोधन में उन्होंने युवाओं को राष्ट्रीय चर्चा में शामिल करने और महत्वपूर्ण हैकाथॉन प्रतियोगिता आयोजित करने के लिए रिपब्लिक टीवी की सराहना की। उन्होंने कहा कि जब युवा देश के विमर्श में भाग लेते हैं, तो नए विचार जन्म लेते हैं और वातावरण ऊर्जा से भर जाता है।
बिना राजनीतिक पृष्ठभूमि के युवाओं को राजनीति में लाने का विचार
प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय राजनीति में बिना किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि के एक लाख युवाओं को शामिल करने के अपने विचार को दोहराया। उन्होंने कहा, "दुनिया इस सदी को भारत की सदी के रूप में पहचान रही है। भारत की उपलब्धियों ने वैश्विक स्तर पर नई उम्मीदें जगाई हैं।"
उन्होंने भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था का उल्लेख करते हुए बताया कि 2007 में भारत की वार्षिक GDP 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर थी, जबकि आज यह केवल एक तिमाही में ही उतनी आर्थिक गतिविधि उत्पन्न कर रहा है। उन्होंने कहा कि आज़ादी के 65 साल बाद भी भारत दुनिया की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था, लेकिन पिछले एक दशक में यह 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और अब तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।
रक्षा और ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर भारत
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहले भारत अपनी सेना के लिए राइफलें आयात करता था, लेकिन आज भारत का रक्षा निर्यात 20 गुना बढ़ गया है।
उन्होंने बताया कि 10 साल पहले भारत सौर ऊर्जा में पिछड़ा हुआ था, लेकिन आज यह दुनिया के शीर्ष 5 सौर ऊर्जा उत्पादकों में शामिल हो गया है। भारत ने सौर मॉड्यूल निर्माण में भी 30 गुना वृद्धि दर्ज की है।
उन्होंने खिलौना उद्योग का उदाहरण देते हुए बताया कि पहले भारत छोटे बच्चों के खिलौने भी आयात करता था, लेकिन आज देश का खिलौना निर्यात तीन गुना बढ़ चुका है।
भारत बना तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा इस्पात उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन निर्माता बन गया है।
उन्होंने बताया कि भारत अब तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बन चुका है। साथ ही, देश के बुनियादी ढांचे पर पूंजीगत व्यय पांच गुना बढ़ गया है, हवाई अड्डों की संख्या दोगुनी हो गई है और चालू एम्स की संख्या तीन गुना हो चुकी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले एक दशक में मेडिकल कॉलेजों और मेडिकल सीटों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है। उन्होंने कहा, "आज का भारत बड़ा सोचता है, महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित करता है और अभूतपूर्व परिणाम हासिल करता है।"
उन्होंने यह भी बताया कि पहले सरकारों की मानसिकता यथास्थिति बनाए रखने की थी, लेकिन अब लोग जानते हैं कि कौन वास्तविक परिणाम दे सकता है। उन्होंने कहा कि लोगों की आकांक्षाएं विकसित हुई हैं—पहले सूखा राहत की मांग थी, अब वंदे भारत कनेक्टिविटी और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों की मांग हो रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज भारत बड़ी आकांक्षाओं के साथ आगे बढ़ रहा है और देश की मानसिकता बदल चुकी है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने जनता की उम्मीदों को कुचल दिया था, लेकिन अब नया भारत अपनी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए दृढ़ संकल्पित है।