Jharkhand News: अस्पताल ने बिल बकाया होने पर बच्चे का शव देने से किया इनकार, स्वास्थ्य मंत्री की पहल से परिजनों को मिला शव

रांची: झारखंड के गोमो के 11 वर्षीय अयान अंसारी की मौत शनिवार देर शाम रानी अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने 37 हजार रुपये का बकाया बिल न चुकाने पर शव परिजनों को सौंपने से इनकार कर दिया। परिजन घंटों अस्पताल प्रबंधन से विनती करते रहे, लेकिन प्रबंधन का कहना था कि बिना भुगतान शव नहीं सौंपा जाएगा।

मृतक के मामा मकसूद अंसारी ने बताया कि अयान को सांस लेने में तकलीफ थी और बीते छह दिनों में करीब 2 लाख रुपये का भुगतान अस्पताल को कर दिया गया था। इसके बाद परिजनों के पास पैसे खत्म हो गए। इसी बीच अयान की मौत हो गई।

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बिल भुगतान न कर पाने के कारण अस्पताल ने शव देने से मना कर दिया। स्थिति बिगड़ने पर परिजनों ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी से संपर्क किया।

मंत्री की पहल

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए देर रात अस्पताल प्रबंधन से बात की और बकाया बिल माफ कराया। उनकी त्वरित पहल से रविवार रात करीब 10:30 बजे कागजी कार्यवाही पूरी करने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।

परिजनों की प्रतिक्रिया

मकसूद अंसारी ने मंत्री डॉ. इरफान अंसारी का आभार व्यक्त करते हुए कहा, "उन्होंने हमारे दुख की घड़ी में साथ दिया और हमारी मदद की। उनकी पहल से हमें न्याय मिला।"

यह घटना चिकित्सा सेवाओं में संवेदनशीलता की कमी को उजागर करती है। स्वास्थ्य मंत्री की त्वरित कार्रवाई ने इस मामले में राहत दी, लेकिन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए एक स्थायी समाधान की आवश्यकता है।

Edited By: Parakh Khabar

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