धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर के शोर को नियंत्रित करना पुलिस की जिम्मेदारी: मुख्यमंत्री फडणवीस

मुंबई: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को विधानसभा में स्पष्ट किया कि धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकरों के शोर को नियंत्रित रखने और नियमों का पालन न करने वालों पर कार्रवाई करने की पूरी जिम्मेदारी स्थानीय पुलिस की होगी। यदि किसी पुलिस स्टेशन के क्षेत्र से इस बारे में शिकायत मिलती है, तो वहां के पुलिस अधिकारियों को जवाबदेह ठहराया जाएगा।

विधानसभा में उठा लाउडस्पीकर का मुद्दा

भाजपा विधायक देवयानी फरांडे ने विधानसभा में धार्मिक स्थलों पर अवैध रूप से लाउडस्पीकर लगाए जाने और उनकी तेज आवाज से आम जनता को हो रही परेशानी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन नहीं किया जा रहा है।

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भाजपा विधायक अतुल भातखलकर ने भी इस विषय पर बोलते हुए कहा कि उनके क्षेत्र में सुबह-सुबह धार्मिक स्थलों से तेज आवाज में लाउडस्पीकर बजने से लोगों की नींद खराब होती है। जब इसकी शिकायत स्थानीय पुलिस स्टेशन में की जाती है, तो पुलिस इसे प्रदूषण नियंत्रण मंडल के हवाले कर पल्ला झाड़ लेती है।

मुख्यमंत्री का सख्त रुख

मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर की ध्वनि सीमा तय की गई है और इसका पालन अनिवार्य है। उन्होंने निर्देश दिया कि स्थानीय पुलिस स्टेशन क्षेत्र में गश्त कर ऐसे लाउडस्पीकरों पर नियंत्रण रखें और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई करें।

मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि जिन धार्मिक स्थलों पर नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है, वहां दोबारा लाउडस्पीकर लगाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके साथ ही, पुलिस स्टेशनों को यह अधिकार दिया गया है कि वे नियमों का पालन सुनिश्चित करें और जरूरत पड़ने पर दंडात्मक कार्रवाई करें।

फडणवीस ने यह भी चेतावनी दी कि यदि कोई पुलिस स्टेशन इन निर्देशों का पालन करने में विफल रहता है, तो संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।

Edited By: Parakh Khabar

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