राज्यसभा में 'इलाहाबाद' नाम पर आप सांसद ने जताई आपत्ति, हाईकोर्ट और विश्वविद्यालय का नाम बदलने की मांग

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद अशोक कुमार मित्तल ने सोमवार को सदन में इलाहाबाद हाईकोर्ट और इलाहाबाद विश्वविद्यालय का नाम बदलने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि जब शहर का नाम प्रयागराज हो चुका है, तो इन संस्थानों के नाम भी बदले जाने चाहिए।

ब्रिटिश काल के नामों पर भी उठाए सवाल

राज्यसभा में बोलते हुए अशोक कुमार मित्तल ने राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ, इंडियन पीनल कोड (IPC) का नाम भारतीय न्याय संहिता और इलाहाबाद का नाम प्रयागराज किए जाने को ऐतिहासिक कदम बताया। उन्होंने कहा कि ये बदलाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकारों द्वारा किए गए हैं।

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मित्तल ने ब्रिटिश शासन के नामों पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि मुंबई हाईकोर्ट, मद्रास हाईकोर्ट और कोलकाता हाईकोर्ट जैसे संस्थान अभी भी पुराने नामों से चल रहे हैं। इसके अलावा, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, मिंटो रोड, हेली रोड और चेम्सफोर्ड रोड जैसी जगहों के नाम भी ब्रिटिश काल के प्रतीक हैं। उन्होंने 1857 की क्रांति के दौरान भारतीयों को कुचलने वाले लेफ्टिनेंट एडवर्ड्स की कब्र के रखरखाव पर सरकारी खर्च का मुद्दा भी उठाया।

अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों को लिखेंगे पत्र

आप सांसद ने कहा कि अन्य राज्यों में भी ब्रिटिश काल के नामों को बदले जाने की जरूरत है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में 'कलकत्ता यूनिवर्सिटी' और तमिलनाडु में 'मद्रास यूनिवर्सिटी' अभी भी पुराने नामों से चल रही हैं। मित्तल ने कहा कि वे इस मुद्दे पर इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखेंगे।

संसदीय समिति बनाने की मांग

अशोक कुमार मित्तल ने ब्रिटिश काल के नाम वाले संस्थानों की पहचान के लिए एक संसदीय समिति बनाने की मांग की, जो इस मामले की जांच कर जरूरी बदलाव की सिफारिश करे। उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रवादी सोच को आगे बढ़ाने का कदम होगा।

Edited By: Parakh Khabar

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