हरदोई: हरिद्वार, केदारनाथ और अयोध्या में दर्शन के लिए लाकर यौन शोषण! जज को बताई आपबीती
हरदोई। अयोध्या, केदारनाथ और हरिद्वार में दर्शन के लिए ले जाने से पहले, जहां उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म जैसा घिनौना कृत्य किया गया
हरदोई। अयोध्या, केदारनाथ और हरिद्वार में दर्शन के लिए ले जाने से पहले, जहां उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म जैसा घिनौना कृत्य किया गया, शहर में किराए के मकान में रहने वाली सेल्स गर्ल को नौकरी दिलाने और शादी का झांसा देकर पहले दुष्कर्म किया गया। सेल्स गर्ल ने पॉक्सो कोर्ट को बताया कि उसे हवस का शिकार बनाने वाले दरिंदों ने उसका अश्लील वीडियो बना लिया था, उसे सार्वजनिक करने की धमकी दी थी और उससे 2 लाख 75 हजार रुपये ठग लिए थे। वह पुलिस के पास सुनवाई के लिए दौड़-दौड़ कर थक चुकी थी।
सुनवाई पूरी होने के बाद कोर्ट ने पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। कोतवाली सिटी पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पॉक्सो कोर्ट में दाखिल दाखिल याचिका में 17 वर्षीय गांव निवासी किशोरी ने बताया कि उसकी मां ने करीब 8 साल पहले आत्महत्या कर ली थी। वह एक बुरा आदमी था। गुजारा चलाने के लिए वह अपने माता-पिता का घर छोड़कर शहर में किराए के कमरे में रहने लगी और एक दुकान में सेल्सगर्ल का काम करने लगी। इसी दौरान उसकी मुलाकात शहर के रेलवे गंज हनुमान मंदिर में रहने वाले निखिल गुप्ता से हुई। निखिल ने उसे बहला-फुसलाकर शादी का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया।
लड़की के मुताबिक निखिल उससे रोज मिलने लगा और इस दौरान वह कथित तौर पर उसके कमरे में रुका, कोई बहाना बनाया और उसे अपनी हवस का शिकार बनाया। इसके बाद वह हर दिन ऐसा करता रहा। इस बीच उसे रेलवे गंज में रहने वाली उसकी दोस्त तन्नू गुप्ता, महोलिया शिवपार काली मंदिर में रहने वाले बबलू खान, चौहान थोक में रहने वाले शिवांग उर्फ शिवम गुप्ता, महोलिया शिवपार में रहने वाले अनिकेत और रेलवे गंज हनुमान मंदिर के पास रहने वाले दिनेश गुप्ता से सांत्वना मिली। मंदिरों में घुमाने के बहाने निखिल और उसके दोस्त उसे अयोध्या, केदारनाथ और हरिद्वार ले गए और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।
लखनऊ में वह भी हवस का शिकार हो गई। इस बीच आरोपी ने उसका अश्लील वीडियो बना लिया और उसे ऑनलाइन जारी करने की धमकी देने लगा। लड़की को ब्लैकमेल किया जा रहा था, जबकि वह अपनी मां के जेवर बेचकर निखिल को दो लाख रुपए दे चुकी थी और उसे निखिल से पच्चीस-पचास हजार रुपए मिल चुके थे। न्याय पाने की कोशिश में किशोरी ने एसपी को पत्र लिखा, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद उसने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के फैसले के कुछ महीने बाद पुलिस ने शिकायत दर्ज कर पूरे मामले की जांच शुरू की।
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