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Bihar News: गया की बेटी शरीना अहमद बनी इंटरनेशनल सिंगर, 7 भाषाओं में करती हैं सिंगिंग, फीफा वर्ल्ड कप में भी गा चुकी हैं

Bihar News: बिहार की धरती हमेशा से प्रतिभाओं की खान रही है। एक बार फिर गया जिले की एक बेटी ने अपनी आवाज से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम रोशन किया है। गया जिले के बेलागंज प्रखंड के बहवलपुर गांव की रहने वाली शरीना अहमद आज दुनिया भर में अपनी मधुर आवाज के लिए जानी जाती हैं।
13 साल की उम्र में मिली थी पहली पहचान
7 भाषाओं में गा रही हैं बिहार की बेटी
आज शरीना सिर्फ इंग्लिश ही नहीं बल्कि कोरियन, चाइनीज, तुर्की, जापानी, स्पेनिश और अरबी समेत कुल 7 भाषाओं में गाना गा रही हैं। विदेशी देशों से उन्हें लगातार गाने के ऑफर मिल रहे हैं। कोरिया, जापान, अरब, स्पेन जैसे देशों के लिए वे उनकी स्थानीय भाषाओं में गाना गा चुकी हैं और दर्शकों के दिलों में अपनी खास जगह बना चुकी हैं।
अरब देशों में फैन फॉलोइंग जबरदस्त
अरब देशों में शरीना अहमद की आवाज के लाखों दीवाने हैं। शरीना ने बताया कि शुरुआत में इंग्लिश सिंगर के रूप में पहचान बनने के बाद उन्होंने तय कर लिया कि अलग-अलग भाषाओं में गाने का अभ्यास करेंगी। यूट्यूब और अन्य प्लेटफॉर्म्स से सीखकर उन्होंने विभिन्न भाषाओं में सिंगिंग सीखी और अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर परचम लहरा रही हैं।
नीदरलैंड से मिला पहला बड़ा ब्रेक
शरीना को सबसे पहला ऑफर नीदरलैंड से मिला। इसके बाद उन्होंने प्रोफेशनल सिंगिंग की दिशा में कदम बढ़ाए। नीदरलैंड की एक नामी कंपनी से उनका करार भी हो चुका है। हालांकि, कॉन्ट्रैक्ट के नियमों के तहत वह कंपनी का नाम और अपनी कमाई सार्वजनिक नहीं कर सकतीं।
फीफा वर्ल्ड कप में भी गा चुकीं शरीना
साल 2022 में फीफा वर्ल्ड कप, कतर के लिए शरीना ने इंग्लिश और अरबी दोनों भाषाओं में गाना गाया था। फीफा के बाद उनके फॉलोअर्स में जबरदस्त इजाफा हुआ। सऊदी अरब, दुबई, मिस्र, कतर जैसे देशों में उनकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ी। साथ ही, G-20 समिट में भी उन्हें परफॉर्म करने का मौका मिला।
अमेरिका, यूके और दुबई से भी मिल चुके हैं ऑफर
यूएसए, यूके और दुबई की नामी म्यूजिक कंपनियों से शरीना को ऑफर मिल चुके हैं। लॉस एंजेलिस की एक कंपनी के साथ भी वह पार्टनरशिप में काम कर रही हैं। शरीना फिलहाल दिल्ली में रहकर म्यूजिक इंस्टीट्यूट में अपनी सिंगिंग को और निखार रही हैं।
लॉकडाउन बना टर्निंग पॉइंट
शरीना ने बताया कि लॉकडाउन के समय वह 10वीं कक्षा में थीं। उस दौरान ऑनलाइन एक अमेरिकन टीचर से उन्हें ट्रेनिंग मिली। इसके बाद रांची जाकर झारखंड विधानसभा स्पीकर के कार्यक्रम में परफॉर्म करने का मौका मिला और यहीं से उनकी पहचान को नई उड़ान मिली।
शरीना के पिता की उम्मीद
शरीना के पिता शकील अहमद बताते हैं कि उनकी बेटी बचपन से ही इंग्लिश गानों में रुचि रखती थी। जब पहली बार उन्होंने बेटी को इंग्लिश में गाते देखा तो बहुत हैरान हुए। शरीना घंटों प्रैक्टिस करती थी और नाना-नानी के घर बोधगया में भी रियाज जारी रखती थी।
सरकार से मदद की उम्मीद
शरीना कहती हैं, "मैंने हमेशा ठान लिया था कि बेस्ट सिंगिंग करूंगी। अब मैं चाहती हूं कि सरकार मेरी मदद करे, ताकि मैं एक बड़े मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व कर सकूं। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निवेदन करती हूं कि मुझे सही मंच और अवसर दें। मैं भारत का नाम दुनिया में रोशन करना चाहती हूं।"