निकाय के नालों व सीवरों की सफाई में किसी भी प्रकार की लापरवाही, उदासीनता या ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी
लखनऊ: आवश्यक कार्रवाई करते हुए निकायों के सीवेज सिस्टम का समुचित प्रबंधन किया जाए। बरसात के मौसम में लोगों को सीवेज के पानी से होने वाली बीमारियों से नहीं जूझना पड़े।
लखनऊ: आवश्यक कार्रवाई करते हुए निकायों के सीवेज सिस्टम का समुचित प्रबंधन किया जाए। बरसात के मौसम में लोगों को सीवेज के पानी से होने वाली बीमारियों से नहीं जूझना पड़े। शुक्रवार को जल निगम फील्ड हॉस्टल 'संगम' में नगर विकास मंत्री एके शर्मा के साथ जल निगम व स्थानीय अधिकारियों ने सीवरेज सिस्टम, जलनिकासी, नालों की सफाई आदि की समीक्षा की। शहरों में ऐसी कोई जगह नहीं होनी चाहिए, जहां जलभराव हो।
उन्होंने 120 एमएलडी जीएच कैनाल एसटीपी के निर्धारित समय पर चालू होने में तीन माह की देरी पर असंतोष जताया। उन्होंने जल निगम प्रबंधक को सभी जरूरी इंतजाम करने के लिए तीन दिन का समय दिया, ताकि एसटीपी के निर्धारित समय पर चालू न होने की स्थिति में स्थानीय सड़कों, गलियों व मोहल्लों में सीवेज का पानी न भरे और यहां लगा पंपिंग स्टेशन चालू रहे। साथ ही उन्होंने महाप्रबंधक जलकल व नगर आयुक्त लखनऊ को काम की निगरानी के निर्देश दिए। उन्होंने पूछा कि इस दौरान आलमबाग, राजाजीपुरम, कुकरैल, भरवारा जोन-1, पुराने लखनऊ, कैसरबाग व वजीरगंज में जो सीवेज सिस्टम लगाया गया, उसकी क्या स्थिति है। बारिश होने पर सीवर का पानी सड़कों व रास्तों पर नहीं बहना चाहिए। उन्होंने सभी निकायों में सीवर व्यवस्था के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए तथा महाप्रबंधक जलकल को समय-समय पर इन कार्यों की निगरानी करने के निर्देश दिए। नगर विकास मंत्री के अनुसार अपने क्षेत्रों से मलबा हटाने, नालों के चारों ओर झाड़ियों की छंटाई करने तथा नालों के अंदर जमी गाद को साफ करने में किसी भी प्रकार की लापरवाही की गुंजाइश नहीं रहेगी।
जलभराव की समस्या नहीं होनी चाहिए। उन्होंने सभी निकाय कर्मियों को युद्ध स्तर पर चलाए जाने वाले 72 घंटे के नाला सफाई अभियान में अधिक से अधिक श्रम व उपकरणों का उपयोग कर बरसात के मौसम में जलभराव की समस्या से लोगों को निजात दिलाने के कार्य को हरी झंडी दी। उन्होंने नोडल अधिकारियों को सफाई कार्यों पर नियमित नजर रखने के निर्देश भी दिए। बैठक में लखनऊ के नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह, जलकल के महाप्रबंधक, जल निगम के वरिष्ठ अधिकारी तथा सफाई व सीवर व्यवस्था का काम देख रही फर्मों के प्रतिनिधि मौजूद थे।
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